एक तरफ सरकार अपने आप को किसान हितैषी कहता है दुसरी तरफ सोसायटी प्रबंधक एवं सोसायटी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से धान खरीदी पर खासा असर पड़ने वाला है इन सबको लेकर भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं क्षेत्र के किसान नेता हेमलाल वर्मा ने सरकार के मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि किसानों की चिंता सरकार को होता तो सोसायटी कर्मचारियों के हड़ताल को बातचीत और समझौते से धान खरीदी के पहले समाप्त कराया जा सकता था परंतु किसान विरोधी कांग्रेस सरकार सिर्फ डिंगे हांकने में व्यस्त हैं। धान खरीदी केन्द्रों में ना तो लाईट का व्यवस्था है ना ही फड़ का ना तो किसानों के धान रखने का व्यवस्था है ना ही बारदाने का व्यवस्था है,चार साल से कांग्रेस सरकार है तबसे किसानों को धान बेचने के लिए सरकार बारदाना व्यवस्था तक नहीं कर पा रहे हैं ,किसान अभी से बारदाना मार्केट में ऊंचे दामों पर खरीदने के लिए मजबुर है। हेमलाल वर्मा ने बताया कि सोसायटी कर्मचारियों के हड़ताल के चलते कंप्यूटर आपरेटरों को खान ख़रीदीं का जिम्मेदारी दिया गया है जिसके पास व्यवस्था के लिए ना तो पैसा है और ना ही साधन है,पास के धान खरीदी केन्द्रों पर जायजा लेने के बाद पता चला कि लाल बहादुर नगर खरीदी केन्द्रों पर 01 नवंबर को मात्र एक किसान श्री जगत राम धोबी का धान मात्र 10 कट्टा खरीदा जाएगा , वैसे ही रामाटोला खरीदी केन्द्र पर श्री संतराम धनाजीत रामाटोला का मात्र 25 कट्टा धान खरीदी किया जाएगा। इन खरीदी केन्द्रों का जायजा लेने पर पता चला कि वहां लाईट तक नहीं है, कोई व्यवस्था तक नहीं है इस हिसाब से आने वाले दिनों में किसानों का परेशानी और बढ़ने वाला है। हेमलाल वर्मा ने कहा कि हम किसानों की समास्याओं को शासन प्रशासन तक उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता किसानों के मदद के लिए तत्पर रहेगा। किसानों के हितों के लिए भारतीय जनता पार्टी सड़क की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
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